होम लोन की ब्याज दरें 2023
बजाज हाउसिंग फाइनेंस के होम लोन, वेतनभोगी के लिए 8.45%* प्रति वर्ष से शुरू होने वाली आकर्षक ब्याज दरों के साथ आते हैं. उधारकर्ता न्यूनतम डॉक्यूमेंटेशन, तुरंत प्रोसेसिंग और तुरंत मंज़ूरी जैसी सुविधाओं के साथ बड़ी राशि की स्वीकृति प्राप्त कर सकते हैं.
आपको प्रदान की जाने वाली ब्याज दर कई कारकों पर निर्भर करती है. इन मुख्य कारकों में से दो कारक हैं आपकी पात्रता और एक उधारकर्ता के रूप में आपकी विश्वसनीयता. सही प्रोफाइल के साथ, आप कम ब्याज दर और लोन की बेहतर शर्तों का लाभ उठा सकते हैं. इन सबसे महत्वपूर्ण कारकों के अतिरिक्त कुछ अन्य पहलू भी हैं, जिनका आपको होम लोन प्राप्त करते समय ध्यान रखना चाहिए.
उदाहरण के लिए, लोन प्रोसेसिंग फीस जैसी अतिरिक्त फीस और शुल्क के बारे में बताने से उधार लेने के आपके निर्णय और अनुभव पर काफी असर पड़ सकता है. हमारे साथ, आपको इस बारे में पूरी पारदर्शिता का आश्वासन दिया जाता है और बताया जाता है कि आपको कितना और क्यों भुगतान करना है.
वेतनभोगी और स्व-व्यवसायी व्यक्तियों के लिए होम लोन की वर्तमान ब्याज दरें
वेतनभोगी और स्व-व्यवसायी उधारकर्ताओं के लिए, हाउसिंग लोन की ब्याज दर अलग-अलग होती हैं. अपनी होम लोन के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए, आपके क्रेडिट स्कोर, आय और रोज़गार विवरण का मूल्यांकन किया जाता है. आवश्यकताओं को पूरा करके और बेहतरीन क्रेडिट विवरण प्रदर्शित करके, एप्लीकेंट बजाज हाउसिंग फाइनेंस से सर्वश्रेष्ठ दरों पर लोन ले सकते हैं.
वेतनभोगी एप्लीकेंट के लिए ब्याज़ दरें
वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए फ्लोटिंग रेफरेंस दर: 1*
होम लोन की ब्याज दर (फ्लोटिंग)
लोन का प्रकार | प्रभावी ब्याज दर (प्रति वर्ष) |
---|---|
होम लोन | 8.45%* से 15.00%* |
होम लोन (बैलेंस ट्रांसफर) | 8.60%* से 15.00%* |
टॉप अप | 9.80%* से 18.00%* |
स्व-व्यवसायी एप्लीकेंट के लिए ब्याज दरें
स्व-व्यवसायी व्यक्तियों के लिए फ्लोटिंग रेफरेंस दर: 1*
होम लोन की ब्याज दर (फ्लोटिंग)
लोन का प्रकार | प्रभावी ब्याज दर (प्रति वर्ष) |
---|---|
होम लोन | 9.10%* से 15.00%* |
होम लोन (बैलेंस ट्रांसफर) | 9.50%* से 15.00%* |
टॉप अप | 10.00%* से 18.00%* |
वेतनभोगी व्यक्ति और स्व-व्यवसायी प्रोफेशनल भी रेपो रेट लिंक्ड होम लोन का लाभ उठा सकते हैं.
ब्याज दरों की पूरी लिस्ट के लिए, कृपया यहां क्लिक करें.
- बजाज हाउसिंग फाइनेंस अंतिम लेंडिंग दर की गणना के लिए बेंचमार्क दर के ऊपर 'स्प्रेड' नामक एक अतिरिक्त दर लगाता है. यह स्प्रेड विभिन्न मानदंडों के आधार पर अलग-अलग होता है. इन मानदंडों में ब्यूरो स्कोर, प्रोफाइल, सेगमेंट और सक्षम प्राधिकारियों से अप्रूवल शामिल हैं.
- बीएचएफएल अपने साथ निहित सक्षम प्राधिकरण के अधिकारों के तहत, पात्रता रखने वाले असाधारण मामलों में डॉक्यूमेंटेड ब्याज दर (100 बेसिस पॉइंट तक) से कम या उससे अधिक पर लोन ऑफर कर सकता है.
- उपरोक्त बेंचमार्क दरें बदलाव के अधीन हैं. बदलाव की स्थिति में बजाज हाउसिंग फाइनेंस इस वेबसाइट पर मौजूदा बेंचमार्क दरों को अपडेट करेगा.
अन्य फीस और शुल्क
फीस का प्रकार | शुल्क लागू |
---|---|
प्रोसेसिंग फीस | लोन राशि के 7% तक + लागू जीएसटी |
ईएमआई बाउंस शुल्क | रु. 10,000* तक (पूरी जानकारी के लिए नीचे दी गई टेबल देखें) |
दंड ब्याज | अतिदेय राशि पर लागू ब्याज दर के अलावा 24% प्रति वर्ष |
*पहली ईएमआई चुकाने के बाद लागू.
लोन की राशि (रु. में) | शुल्क (रु. में) |
---|---|
रु. 15 लाख तक | 500 |
15,00,001 – 30,00,000 | 1,000 |
30,00,001 – 50,00,000 | 1,500 |
50,00,001 – 1,00,00,000 | 2,000 |
1,00,00,001 – 5,00,00,000 | 3,000 |
5,00,00,001 – 10,00,00,000 | 5,000 |
10 करोड़ से अधिक | 10,000 |
प्री-पेमेंट और फोरक्लोज़र शुल्क
फ्लोटिंग ब्याज दर से लिंक होम लोन लेने वाले लोगों को प्री-पेमेंट या फोरक्लोज़र पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता है. हालांकि, यह गैर-व्यक्तिगत उधारकर्ताओं और उन उधारकर्ताओं के लिए बदल सकता है जिन्होंने बिज़नेस उद्देश्यों के लिए लोन लिया है.
फ्लोटिंग ब्याज दर के साथ गैर-बिज़नेस उद्देश्यों के लिए लोन लेने वाले व्यक्तिगत और गैर-व्यक्तिगत उधारकर्ताओं के लिए:
विवरण | टर्म लोन | फ्लेक्सी टर्म लोन | फ्लेक्सी हाइब्रिड लोन |
---|---|---|---|
समय अवधि (महीनों में) | >1 | >1 | >1 |
पार्ट प्री-पेमेंट शुल्क | शून्य | शून्य | शून्य |
फुल प्री-पेमेंट शुल्क | शून्य | शून्य | शून्य |
बिज़नेस उद्देश्यों के लिए फ्लोटिंग ब्याज दर पर लोन लेने वाले व्यक्तिगत और गैर-व्यक्तिगत उधारकर्ताओं व फिक्स्ड ब्याज दर पर लोन लेने वाले सभी उधारकर्ताओं के लिए:
विवरण | टर्म लोन | फ्लेक्सी टर्म लोन | फ्लेक्सी हाइब्रिड लोन |
---|---|---|---|
समय अवधि (महीनों में) | >1 | >1 | >1 |
पार्ट प्री-पेमेंट शुल्क | पार्ट पेमेंट पर 2% | शून्य | शून्य |
फुल प्री-पेमेंट शुल्क | बकाया मूलधन पर 4% | 4%* उपलब्ध फ्लेक्सी लोन लिमिट पर | लोन की केवल 'फ्लेक्सी ब्याज’ वाली पुनर्भुगतान अवधि के दौरान स्वीकृत राशि पर 4%*; और फ्लेक्सी टर्म लोन अवधि के दौरान उपलब्ध फ्लेक्सी लोन लिमिट पर 4% |
*gst जो भी लागू हो, प्री-पेमेंट शुल्क के अलावा उधारकर्ता द्वारा देय होगा
**उधारकर्ता द्वारा अपने खुद के स्रोतों से बंद किए गए होम लोन के लिए शून्य. खुद के स्रोतों का मतलब है किसी बैंक/एनबीएफसी/ एचएफसी और/या फाइनेंशियल संस्थान से उधार लेने के अतिरिक्त कोई भी स्रोत.
लोन का उद्देश्य
निम्नलिखित लोन को बिज़नेस के उद्देश्य से लिए गए लोन के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा:
- लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग लोन
- किसी भी प्रॉपर्टी पर लिया गया लोन, जो बिज़नेस के उद्देश्य अर्थात कार्यशील पूंजी, क़र्ज़ समेकन, बिज़नेस लोन के पुनर्भुगतान, बिज़नेस के विस्तार, बिज़नेस की संपत्तियों के अधिग्रहण या पैसों के ऐसे ही किसी अन्य उपयोग के उद्देश्य से लिया गया हो.
- गैर-आवासीय प्रॉपर्टी खरीदने के लिए लिया गया लोन.
- गैर-आवासीय प्रॉपर्टी की सिक्योरिटी पर लिया गया लोन.
- टॉप अप लोन, जो बिज़नेस के उद्देश्य अर्थात कार्यशील पूंजी, क़र्ज़ समेकन, बिज़नेस लोन के पुनर्भुगतान, बिज़नेस के विस्तार, बिज़नेस की संपत्तियों के अधिग्रहण या पैसों के ऐसे ही किसी अन्य उपयोग के उद्देश्य से लिया गया हो.
भारत में होम लोन की ब्याज दरों के प्रकार
लेंडर दो मुख्य प्रकार की ब्याज दरों पर लोन देते हैं. हाउसिंग लोन की ब्याज दर या तो फिक्स्ड होती या फ्लोटिंग होती है.
फिक्स्ड ब्याज दर
फिक्स्ड ब्याज दर पुनर्भुगतान अवधि के दौरान एक ही रहती है. यह दर मार्केट में होने वाले बदलाव से प्रभावित नहीं होती है और स्थिर रहती है. फिक्स्ड ब्याज दर का एक प्रमुख लाभ यह है कि इससे उधारकर्ताओं को अपने लोन का पुनर्भुगतान एडवांस में प्लान करने और फाइनेंस को कुशलतापूर्वक मैनेज करने में मदद मिलती है क्योंकि पूरी अवधि के दौरान ईएमआई में कोई बदलाव नहीं होता है. हालांकि, कभी-कभी लेंडर रीसेट की तिथि जोड़ देते हैं, जिससे उन्हें कुछ समय के बाद मार्केट की स्थितियों के हिसाब से दर में बदलाव करने की सुविधा मिलती है.
जब वर्तमान दरों में वृद्धि की उम्मीद होती है, तो इस प्रकार की ब्याज दर का विकल्प चुनना सबसे बेहतर होता है. इस प्रकार, आप सबसे कम ब्याज दर पर हाउसिंग लोन का लाभ उठा सकते हैं. हालांकि, भविष्य में दर कम होने की संभावना होने पर होम लोन की फिक्स्ड ब्याज दर को चुनना उपयुक्त नहीं होता है, क्योंकि इससे आपका देय ब्याज बढ़ जाता है. लेंडर आमतौर पर आपको पुनर्भुगतान अवधि के दौरान फिक्स्ड दर से फ्लोटिंग दर में बदलने की सुविधा देते हैं.
फ्लोटिंग ब्याज दर
भारत में होम लोन पर दो प्रकार की ब्याज दरों में से फ्लोटिंग दरें अधिक लोकप्रिय हैं क्योंकि वे शुरुआत में फिक्स्ड दरों से कम होती हैं. आमतौर पर, फ्लोटिंग ब्याज दरें फिक्स्ड ब्याज दरों से 1-2.5% कम होती हैं. फ्लोटिंग लोन की ब्याज दर वेरिएबल होती है और मार्केट के उतार-चढ़ाव और बेंचमार्क दरों के आधार पर लोन की अवधि के दौरान उनमें बदलाव होता है, इसका मतलब है कि आपके ब्याज की राशि बदलती रहती है. आमतौर पर, लेंडर ईएमआई को समान रखकर लेकिन उस अंतर को कवर करने के लिए अवधि में बदलाव करके इस ब्याज दर में बदलाव को समायोजित करते हैं.
जब मौजूदा ब्याज दरें कम होने की उम्मीद होती है, तो फ्लोटिंग ब्याज दर का विकल्प चुनना बेहतर होता है. व्यक्तिगत उधारकर्ता के रूप में फ्लोटिंग दर वाला होम लोन चुनने का मुख्य लाभ यह है कि RBI के मैंडेट के अनुसार उन्हें पार्ट-प्री पेमेंट और फोरक्लोज़र पर कोई शुल्क नहीं देना पड़ता.
तीसरा विकल्प मिश्रित ब्याज दरों का भी है, जिसमें शुरुआत में एक निश्चित दर पर ब्याज लगाया जाता है और फिर निर्धारित अवधि के बाद उसे फ्लोटिंग दर में बदल दिया जाता है.
होम लोन की ब्याज दरों की गणना के विभिन्न तरीके
होम लोन के ब्याज को कैलकुलेट करना चाहते हैं? होम लोन लेते समय, आपके द्वारा लंबे समय तक भुगतान किए जाने वाले होम लोन के ब्याज को समझना महत्वपूर्ण होता है. आपके द्वारा दिए जाने वाले ब्याज को कैलकुलेट करने के दो तरीके इस प्रकार हैं:
तरीका 1 ईएमआई कैलकुलेटर
आप होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करके अपने होम लोन पर ब्याज राशि की गणना आसानी से कर सकते हैं. बस कैलकुलेटर में निम्नलिखित जानकारी दर्ज करें:
- होम लोन राशि
- लोन पुनर्भुगतान अवधि
- ब्याज दर
इन विवरणों को दर्ज़ करने के बाद, अपने लोन का विस्तृत विवरण प्राप्त करने के लिए 'कैलकुलेट करें' पर क्लिक करें, जिसमें ब्याज के लिए देय राशि भी शामिल है.
तरीका 1 ईएमआई कैलकुलेशन फॉर्मूला
वैकल्पिक रूप से, अपनी ईएमआई देयता को कैलकुलेट करने के लिए इस फॉर्मूले का इस्तेमाल करें:
ईएमआई = [p x r x (1+r)^n]/[(1+r)^n-1]
जहां p मूलधन है, r ब्याज दर है, और n महीनों में किश्तों की संख्या या लोन की अवधि है.
प्रभावी ब्याज दर को समझना
होम लोन पर ली जाने वाली ब्याज दर में दो घटक होते हैं: बेस रेट और मार्कअप रेट. इन दोनों के कॉम्बिनेशन से आपके द्वारा भुगतान की जाने वाली ब्याज दर निर्धारित होती है. यहां इन घटकों के बारे में विस्तार से बताया गया है:
बेस रेट: यह बैंक की स्टैंडर्ड लेंडिंग दर है, जो सभी रिटेल लोन के लिए लागू होती है. यह विभिन्न कारकों के आधार पर अक्सर बदलती रहती है.
मार्कअप: किसी विशिष्ट प्रकार के होम लोन के लिए प्रभावी ब्याज दर (ईआईआर) प्राप्त करने के लिए बेस रेट में छोटे-से प्रतिशत वाला यह घटक जोड़ा जाता है. यह हर लोन के लिए अलग-अलग होता है.
प्रभावी ब्याज दर (ईआईआर) = बेस रेट + मार्कअप
अप्रैल 2016 से, भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) नाम के लेंडिंग रेट की कंप्यूटिंग के लिए एक नई विधि को अनिवार्य बनाया है. यह विधि, बेस रेट सिस्टम की जगह लाई गई है और इसमें लेंडिंग रेट निर्धारित करने के लिए रेपो रेट और डिपॉजिट जैसे विभिन्न कारकों को ध्यान में रखा जाता है. यह एमसीएलआर आधारित कंप्यूटेशन, बेस रेट से थोड़ा कम होता है.
कारक जो आपके होम लोन ब्याज दर को प्रभावित करते हैं
ऐसे कई कारक हैं जो हाउसिंग लोन की ब्याज दर को प्रभावित करते हैं, जिनमें बाहरी मार्केट की स्थितियां भी शामिल हैं, जैसे रेपो रेट और मुद्रास्फीति. होम लोन की ब्याज दर को प्रभावित करने वाले कुछ अन्य कारक भी हैं जो आपके नियंत्रण में होते हैं. ये कारक लोन के लिए आपकी पात्रता और आपकी इनकम, क्रेडिट स्कोर आदि जैसे अन्य पहलुओं पर निर्भर करते हैं. इनके अलावा, आपके द्वारा चुनी गई एलटीवी और लोन की अवधि भी महत्वपूर्ण कारक है जो आपको ऑफर किए गए होम लोन की ब्याज दर को प्रभावित करते हैं. पुनर्भुगतान के दौरान अधिक बचत करने में आपकी मदद करने वाले ऐसी महत्वपूर्ण बातों पर एक नज़र डालें.
ब्याज दर का प्रकार
आप जिस प्रकार की ब्याज दर का विकल्प चुनते हैं, उससे आपकी ब्याज दर की पूरी राशि पर असर पड़ता है. फिक्स्ड दरें आमतौर पर फ्लोटिंग दरों से 1–2% तक अधिक होती हैं.
सिबिल स्कोर और फाइनेंशियल स्थिरता
आपका क्रेडिट स्कोर आपकी क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है. 750+ का अच्छा स्कोर होने पर आपको एक भरोसेमंद उधारकर्ता समझा जाता है. इससे आपको अधिक प्रतिस्पर्धी ब्याज दर प्राप्त करने में मदद मिल सकती है क्योंकि लोन के पुनर्भुगतान के दौरान लेंडर को आपके द्वारा डिफॉल्ट किए जाने का जोखिम कम होता है. आपका जॉब/नौकरी कितनी सुरक्षित है, या आपकी सेलरी भी ऐसे कारक हैं जो आपको ऑफर की जाने वाली होम लोन ब्याज दर को प्रभावित करते हैं. वे आपकी पुनर्भुगतान क्षमता को प्रभावित करते हैं, और लेंडर उन उधारकर्ताओं को प्रतिस्पर्धी दर प्रदान करते हैं जिनके पास समय पर पुनर्भुगतान करने की उच्च क्षमता होती है.
होम लोन की राशि और उसके प्रकार
लोन-टू-वैल्यू रेशियो (एलटीवी) प्रॉपर्टी की मार्केट वैल्यू का प्रतिशत है, जिसे लेंडर लोन के तौर पर ऑफर करता है. भारत में, यह आरबीआई के मैंडेट के अनुसार 75–90% के बीच अलग-अलग होता है. आप लोन की राशि को कम करने के लिए अधिक डाउन पेमेंट का भुगतान करने का विकल्प चुन सकते हैं. ऐसा करने से आपकी पात्रता बढ़ाने में मदद मिल सकती है, क्योंकि लेंडर का जोखिम कम हो जाता है. इसके अलावा, ब्याज दरें आपके द्वारा चुने गए होम लोन के प्रकार से प्रभावित होती हैं, चाहे वह खरीदारी, रेनोवेशन या निर्माण कार्य के लिए हो.
प्रॉपर्टी की लोकेशन और कंडीशन
प्रॉपर्टी की वैल्यू एक अन्य कारक है जो होम लोन की ब्याज दरों को प्रभावित करता है. प्रॉपर्टी की लोकेशन, आस-पास का इंफ्रास्ट्रक्चर, प्रॉपर्टी कितनी पुरानी है और उपलब्ध सुविधाओं का मूल्यांकन करके प्रॉपर्टी की कीमत तय की जाती है. अगर किसी प्रॉपर्टी को कीमती माना जाता है, तो लेंडर अधिक प्रतिस्पर्धी ब्याज दर का ऑफर देते हैं. हालांकि, अगर कोई प्रॉपर्टी पुरानी है या ऐसी लोकेशन में है जिसकी कोई डिमांड नहीं है, तो वे अधिक ब्याज ले सकते हैं.
अपने होम लोन के ब्याज का बोझ कैसे कम करें?
हर उधारकर्ता सोचता है कि कम ब्याज वाला होम लोन कैसे लें, क्योंकि इससे उधार लेने की लागत कम हो जाती है और पुनर्भुगतान करने में कोई तनाव नहीं रहता. भारत में कम ब्याज दर पर होम लोन लेने के लिए अपनी पात्रता में सुधार करना और यह दिखाना आवश्यक है कि आपका क्रेडिट व्यवहार अनुशासित है. कुछ टिप्स के लिए आगे पढ़ें.
अप्लाई करने से पहले लेंडर की तुलना करें
होम लोन लेने से पहले सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक है कम ब्याज दरों के लिए लेंडर की तुलना करना. हालांकि आपको एकमात्र इसी मानदंड पर विचार नहीं करना होता है, लेकिन अगर आप लेंडर की पात्रता की शर्तों को पूरा करते हैं, तो इससे आपको सभी विकल्पों में से सबसे कम दर पर लोन लेने में मदद मिल सकती है. बजाज हाउसिंग फाइनेंस वेतनभोगी के लिए मात्र 8.45%* प्रति वर्ष से शुरू होने वाली प्रतिस्पर्धी ब्याज दर पर लोन देता है.
उच्च क्रेडिट स्कोर बनाए रखें
सबसे कम संभावित ब्याज दर पर होम लोन लेने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप अपने सिबिल स्कोर को अच्छा बनाए रखें. ऐसा इसलिए है क्योंकि अच्छा क्रेडिट स्कोर होने का मतलब है कि पूर्व में आपका लोन लेने का इतिहास अच्छा रहा है और क्रेडिट उपयोग और पुनर्भुगतान का ट्रैक रिकॉर्ड भी बेहतर रहा है.
होम लोन बैलेंस ट्रांसफर पर विचार करें
अगर आप सोच रहे हैं कि अपने लोन का पुनर्भुगतान करते हुए कम ब्याज वाला होम लोन कैसे पाएं, तो इसे किसी और लेंडर के पास ट्रांसफर करने पर विचार करें, जिसकी ब्याज दर कम हो.
इसे होम लोन बैलेंस ट्रांसफर के रूप में जाना जाता है, जो आपको अपने फाइनेंस को बेहतर तरीके से प्लान करने और पैसे बचाने में मदद कर सकता है. हालांकि, आपको अपने लोन को स्विच करने से संबंधित फीस और शुल्कों पर भी विचार कर लेना चाहिए, और केवल तभी आगे बढ़ना चाहिए जब आप इन शुल्कों के बावजूद बचत कर पा रहे हों.
*नियम व शर्तें लागू
होम लोन की ब्याज दर से संबंधित सामान्य प्रश्न
हम लंबी अवधि में सुविधाजनक रूप से पुनर्भुगतान करने के लाभ के साथ प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर बड़े लोन देते हैं. आपको होम लोन के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने और डॉक्यूमेंट कलेक्शन के लिए डोरस्टेप सर्विस का लाभ उठाने के विकल्प के साथ अतिरिक्त सुविधा भी मिलती है. वेतनभोगी एप्लीकेंट आज ही नए होम लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं और रु. 729/लाख तक की ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं*.
होम लोन पर लागू वर्तमान ब्याज दरें उधारकर्ता के प्रकार के आधार पर अलग-अलग होती हैं. स्व-व्यवसायी एप्लीकेंट बजाज हाउसिंग फाइनेंस के साथ 9.10%* प्रति वर्ष से शुरू होने वाली फ्लोटिंग ब्याज दरों पर होम लोन का लाभ उठा सकते हैं. दूसरी ओर, वेतनभोगी व्यक्ति और प्रोफेशनल प्रति वर्ष 8.45%* से शुरू होने वाली ब्याज दरों पर होम लोन का लाभ उठा सकते हैं.
दोनों में से कौन-सा लोन बेहतर है, यह मार्केट की स्थितियों पर निर्भर करता है. आमतौर पर, लोन पर फिक्स्ड ब्याज दर के विकल्प से आपको तब फायदा होता है जब ब्याज दरें बढ़ रही हों, और फ्लोटिंग ब्याज दर का फायदा तब मिलता है जब ब्याज दरों में कमी आने की संभावना हो.
'फ्लोटिंग' ब्याज दर वह होती है जो समय के साथ बदलती रहती है. यह लेंडर के इंटरनल बेंचमार्क या rbi रेपो रेट जैसे बाहरी बेंचमार्क से जुड़ी होती है. अगर दूसरे शब्दों में कहें तो, ब्याज दर का बढ़ना या घटना ब्याज दर से जुड़े बेंचमार्क के कारण होता है. इस प्रकार, मार्केट की अनुकूल स्थितियों में, कम बेंचमार्क दर से देय ब्याज राशि कम हो जाएगी.
दूसरी ओर, फिक्स्ड ब्याज दर, पुनर्भुगतान की अवधि के दौरान या रीसेट की तिथि तक एक समान रहती है. ऐसी दर तब लाभदायक साबित हो सकती हैं जब ब्याज दरें बढ़त पर हों.
ब्याज दर का प्रकार चुनने से पहले, फिक्स्ड दर और फ्लोटिंग दर पर भुगतान की जाने वाली कुल राशि में अंतर जानने के लिए होम लोन ब्याज कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें और एक सही निर्णय लें.
हमारे साथ होम लोन के लिए अप्लाई करते समय, एप्लीकेंट को जीएसटी के साथ कुल लोन राशि के 1 तक की प्रोसेसिंग फीस का भुगतान करना होता है. बजाज हाउसिंग फाइनेंस अपनी होम लोन प्रोसेसिंग फीस को मामूली और किफायती रखता है, ताकि लोन लेते समय उधारकर्ता के फाइनेंस पर कम से कम दबाव पड़े
आपके होम लोन की ब्याज दरों को कम करने के तीन तरीके हैं.
अपना क्रेडिट स्कोर बढ़ाएं :भारत में, क्रेडिट स्कोर की रेंज 300 से 900 तक होती है, जिसमें 750 या उससे अधिक के स्कोर को अच्छा माना जाता है. आपका स्कोर जितना अच्छा होगा, आपकी ब्याज दरें उतनी ही कम होने की संभावना होगी. यह आपको लेंडर द्वारा प्रदान की जाने वाली सर्वश्रेष्ठ होम लोन दरों को प्राप्त करने में भी मदद कर सकता है.
बैलेंस ट्रांसफर पर विचार करें :अगर आप वर्तमान में अपने लेंडर को उच्च ब्याज दरों पर ईएमआई का भुगतान कर रहे हैं, तो आप होम लोन बैलेंस ट्रांसफर सुविधा के साथ अपनी लोन राशि के बैलेंस को बजाज हाउसिंग फाइनेंस में ट्रांसफर कर सकते हैं. इससे संभावित रूप से आपके लोन की ब्याज दरें कम हो सकती हैं और आपको बेहतर शर्तों पर लोन मिल सकता है.
अपने लेंडर से बातचीत करें :अगर आप अच्छा क्रेडिट स्कोर और समय पर आपने ईएमआई का भुगतान किया है, तो आपको लेंडर के साथ बातचीत करके अपने होम लोन की ब्याज दर को कम करने का अधिक लाभ हो सकता है. अगर आपने ज़िम्मेदारीपूर्वक फाइनेंशियल भुगतान किया है, तो लेंडर आपको बेहतर ब्याज दर प्रदान करने के लिए तैयार हो सकते हैं. बेहतर शर्तों और दरों के लिए ज़रूर पूछें!
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