बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स

संजीव बजाज, बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के चेयरमैन, बजाज फाइनेंस लिमिटेड के चेयरमैन और बजाज ग्रुप के फाइनेंशियल सर्विस बिज़नेस की होल्डिंग कंपनी बजाज फिनसर्व लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. बजाज ग्रुप भारत के सबसे पुराने और सबसे बड़े बिज़नेस घरानों में से एक है, जिसका फाइनेंशियल वर्ष 2022-23 में समेकित रेवेन्यू ₹58,447 करोड़ ($ 7.14 बिलियन)* रहा है और टैक्स घटाने के बाद समेकित लाभ ₹ 4,648 करोड़ ($ 568 मिलियन)* से अधिक का रहा है.

राजीव जैन, (इनका जन्म 06 सितंबर 1970 को हुआ था), ये हमारी कंपनी के वाइस चेयरमैन और भूतपूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. बजाज फाइनेंस में राजीव ने कंपनी के लिए एक महत्वाकांक्षी विकास पथ तैयार किया है. यह कंपनी इन्फ्लेक्शन पॉइंट पर है और उसे कैप्टिव फाइनेंस कंपनी से लेकर आज भारत में मौजूद सबसे विविध नॉन-बैंक तक काफी तेजी से बढ़त मिलती है

अतुल जैन को 1 मई 2022 से बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था. वे अप्रैल 2018 में बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (बीएचएफएल) के सीईओ के रूप में नियुक्त होने से पहले 16 से अधिक वर्षों तक बजाज फाइनेंस लिमिटेड (बीएफएल) के साथ कार्यरत थे. उन्होंने जोखिम-विरोधी तरीका अपनाकर पिछले 4 वर्षों में मल्टी-फोल्ड एसेट ग्रोथ प्रदान करने में संगठन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और पिछले दो वर्षों में संगठन को उद्योग जगत में आए प्रमुख संकट से निर्बाध रूप से निकालने में मददगार रहे हैं.

डॉ. अरिंदम कुमार भट्टाचार्य ने bcg में इंडिपेंडेंट डायरेक्टर, इन्वेस्टर ,और सीनियर एडवाइज़र के पद पर काम किया और यहीं से सीनियर पार्टनर और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में रिटायर हुए. bcg में उन्होंने कई नेतृत्व वाली भूमिकाएं निभाई और bcg के bruce henderson institute के को-लीडर और फाउंडर थे. उन्होंने लगभग छह वर्षों तक देश में bcg का संचालन करते हुए bcg india का नेतृत्व किया. वे global advantage practice की ग्लोबल लीडरशिप टीम के सदस्य थे और इससे पहले इंडस्ट्रियल गुड्स, पब्लिक सेक्टर और सोशल इम्पैक्ट प्रैक्टिसेज़ की ग्लोबल लीडरशिप टीम के सदस्य थे और bcg के global advantage practice के फाउंडर और को-लीडर थे. bcg फेलो के रूप में उन्होंने ग्लोबलाइज़ेशन पर रिसर्च किया है और दो किताबें, ग्लोबलिटी- कॉम्पिटिंग विद एवरीवन फ्रॉम एवरीवेयर फॉर एवरीवन, और बियॉन्ड ग्रेट - नाइन स्ट्रैटेजीज़ फॉर थ्राइविंग इन ए एरा ऑफ सोशल टेंशन, इकोनॉमिक नेशनलिज्म एंड टेक्नोलॉजिकल रेवोल्यूशन लिखने के साथ-साथ इस विषय पर कई आर्टिकल लिखे हैं.

अनामी एन रॉय का जन्म 1 मई 2 को हुआ, और वे हमारी कंपनी में नॉन-एग्जीक्यूटिव और इंडिपेंडेंट डायरेक्टर हैं. वे एक प्रतिष्ठित पूर्व पुलिस महानिदेशक हैं, और इन्होंने महाराष्ट्र और भारत सरकार के साथ 3 वर्षों से अधिक समय तक भारतीय पुलिस सेवा में अपनी सेवाएं दी हैं. इन्होंने महाराष्ट्र और केंद्र सरकार दोनों में विभिन्न प्रकार की ज़िम्मेदारियों का निर्वहन किया है, जिसमें औरंगाबाद, पुणे और मुंबई में पुलिस कमिश्नर के रूप में दी गई सेवाएं शामिल हैं. श्री रॉय 4,5 कर्मियों वाले मजबूत महाराष्ट्र पुलिस बल के पुलिस महानिदेशक के रूप में सेवानिवृत्त हुए.

सुश्री जैस्मिन चैनी ने सिडेनहम कॉलेज से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया है और के.जे. सोमैया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़ एंड रिसर्च, मुंबई यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में मास्टर्स इन मैनेजमेंट स्टडीज की डिग्री ली है. उनके पास क्रिसिल लिमिटेड (अब क्रिसिल रेटिंग लिमिटेड कहते हैं) के साथ लगभग तीन दशक तक काम करने का अनुभव है जिसमें वे एनालिटिकल और बिज़नेस डेवलपमेंट विभाग में कार्यरत रहीं थीं.
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संजीव बजाज, बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के चेयरमैन, बजाज फाइनेंस लिमिटेड के चेयरमैन और बजाज ग्रुप के फाइनेंशियल सर्विस बिज़नेस की होल्डिंग कंपनी बजाज फिनसर्व लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. बजाज ग्रुप भारत के सबसे पुराने और सबसे बड़े बिज़नेस घरानों में से एक है, जिसका फाइनेंशियल वर्ष 2022-23 में समेकित रेवेन्यू ₹58,447 करोड़ ($ 7.14 बिलियन)* रहा है और टैक्स घटाने के बाद समेकित लाभ ₹ 4,648 करोड़ ($ 568 मिलियन)* से अधिक का रहा है.
*31 दिसंबर, 2022 को एक यूएस $ की कीमत रु. 81.82 थी.
उनके नेतृत्व में, बजाज फिनसर्व लिमिटेड ने लेंडिंग, लाइफ इंश्योरेंस, जनरल इंश्योरेंस और वेल्थ एडवाइज़री कैटेगरी में विभिन्न सॉल्यूशन के साथ भारत की अग्रणी डायवर्सिफाइड फाइनेंशियल सर्विसेज़ कंपनियों में से एक के रूप में अपना स्थान बनाया है. इनोवेटिव डिसरप्शन के माध्यम से उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित करने वाले कस्टमर-फर्स्ट, डिजिटल दृष्टिकोण और संस्कृति के साथ, उन्होंने भारत में डिजिटल कंज्यूमर फाइनेंसिंग को बदल कर रख दिया है.
संजीव, बजाज फाइनेंस लिमिटेड, बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, महाराष्ट्र स्कूटर्स लिमिटेड, बजाज फिनसर्व एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड और दो इंश्योरेंस सहायक कंपनियों, यानी बजाज आलियांज़ लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के चेयरमैन के रूप में अपनी ग्रुप ऑपरेटिंग कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं. वे बजाज होल्डिंग्स एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के (2012 से) मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं और बजाज ऑटो लिमिटेड में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में कार्य करते हैं.
संजीव, 2022-23 के लिए कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के प्रेसिडेंट हैं. वे भारत की जी20 प्रेसीडेंसी एफवाई-2022-23 के भाग के रूप में बी20 के लिए भारत सरकार द्वारा नियुक्त स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य हैं.
संजीव यूएसए के हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल के विद्यार्थी रहे हैं. इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस (आईएसबी) बोर्ड के मेंबर, इंटरनेशनल एडवाइज़री बोर्ड (आईएबी), आलियांज़ एसई और मॉनेट्री ऑथोरिटी ऑफ सिंगापुर (एमएएस) की इंटरनेशनल टेक्नोलॉजी एडवाइज़री पैनल (आईटीएपी) और वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के भारत और दक्षिण एशिया के रीजनल स्टीवर्ड बोर्ड 2019-2020 के मेंबर हैं. इन वर्षों के दौरान, उन्हें फाइनेंशियल सर्विसेज़ क्षेत्र में अपने योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- एआईएमए के ट्रांसफॉर्मेशनल बिज़नेस लीडर
- aima का एंटरप्रेन्योर ऑफ द इयर 2019
- economic times बिज़नेस लीडर ऑफ द इयर 2018
- financial express बेस्ट बैंकर ऑफ द इयर 2017
- ernst & young एंटरप्रेन्योर ऑफ द इयर 2017
- 2017 में 5th एशिया बिज़नेस रेस्पॉन्सिबिलिटी समिट में ट्रांसफॉर्मेशनल लीडर अवॉर्ड
- 2015 और 2016 के लिए भारत में बिज़नेस वर्ल्ड के सबसे मूल्यवान सीईओ
उनके पास पुणे विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री (प्रथम श्रेणी और डिस्टिंक्शन के साथ) है, युनिवर्सिटी ऑफ वारविक, यूके से मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री (डिस्टिंक्शन के साथ ) है और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, यूएसए से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री (डिस्टिंक्शन के साथ) है. वे अपनी पत्नी शेफाली और दो बच्चों के साथ पुणे में रहते हैं.
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ge, अमेरिकन एक्सप्रेस और aig में मिले साझा एक्सपीरियंस से ही उन्हें कंपनी का रास्ता बदलने में और उसे नयी ऊंचाई पर ले जाने में सहायता मिली. राजीव पहले अमेरिकन इंटरनेशनल ग्रुप के साथ अपने कंज्यूमर फाइनेंस बिज़नेस के डेपुटी सीईओ के रूप में था. aig में वे भारतीय बाज़ार में aig उपभोक्ता व्यवसाय के प्रवेश के लिए रणनीतिक ढांचा बनाने के लिए ज़िम्मेदार थे, उन्होंने एक होल्डिंग कंपनी बनाई और भारतीय बाज़ार में aig का आधार स्थापित करने के लिए दो गैर-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों का अधिग्रहण किया.
इससे पहले, वे अमेरिकन एक्सप्रेस के साथ काम करते थे जहां उन्होंने आठ वर्षों से अधिक समय तक काम किया. इस अवधि के दौरान उन्होंने क्रेडिट कार्ड, पर्सनल और बिज़नेस लोन आदि जैसे अलग-अलग प्रोडक्ट में विभिन्न भूमिकाएं निभाई. अमेरिकन एक्सप्रेस छोड़ते समय, वे भारत में पर्सनल और स्मॉल बिज़नेस लेंडिंग सेक्टर के प्रमुख थे. राजीव वाणिज्य में स्नातक की डिग्री के साथ टी. ए. पाई मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, मणिपाल से मैनेजमेंट स्नातक हैं.
डायरेक्टर्स की लिस्ट:
- बजाज फाइनेंस लिमिटेड
- बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (पहले बजाज फाइनेंशियल सोल्यूशन्स लिमिटेड)
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उन्होंने इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में अपना करियर शुरू किया था और बाद में रिटेल फाइनेंस के क्षेत्र में आ गए थे. वे बीएफएल में चीफ कलेक्शन ऑफिसर के रूप में 11 से अधिक वर्षों तक कलेक्शन टीम के संचालक रहे थे, 4 वर्षों तक रूरल लेंडिंग और कलेक्शन विभाग के प्रेसिडेंट रहे और बजाज फाइनेंस लिमिटेड में एंटरप्राइज़ रिस्क ऑफिसर के रूप में 2 वर्ष तक कार्यरत रहे.
उन्होंने फाइनेंस में एमबीए किया है और फाइनेंशियल सेक्टर में उन्हें 30 वर्षों से अधिक समय तक कार्य करने का काफी अनुभव है.
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डॉ. अरिंदम कुमार भट्टाचार्य ने bcg में इंडिपेंडेंट डायरेक्टर, इन्वेस्टर ,और सीनियर एडवाइज़र के पद पर काम किया और यहीं से सीनियर पार्टनर और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में रिटायर हुए. bcg में उन्होंने कई नेतृत्व वाली भूमिकाएं निभाई और bcg के bruce henderson institute के को-लीडर और फाउंडर थे. उन्होंने लगभग छह वर्षों तक देश में bcg का संचालन करते हुए bcg india का नेतृत्व किया. वे global advantage practice की ग्लोबल लीडरशिप टीम के सदस्य थे और इससे पहले इंडस्ट्रियल गुड्स, पब्लिक सेक्टर और सोशल इम्पैक्ट प्रैक्टिसेज़ की ग्लोबल लीडरशिप टीम के सदस्य थे और bcg के global advantage practice के फाउंडर और को-लीडर थे. bcg फेलो के रूप में उन्होंने ग्लोबलाइज़ेशन पर रिसर्च किया है और दो किताबें, ग्लोबलिटी- कॉम्पिटिंग विद एवरीवन फ्रॉम एवरीवेयर फॉर एवरीवन, और बियॉन्ड ग्रेट - नाइन स्ट्रैटेजीज़ फॉर थ्राइविंग इन ए एरा ऑफ सोशल टेंशन, इकोनॉमिक नेशनलिज्म एंड टेक्नोलॉजिकल रेवोल्यूशन लिखने के साथ-साथ इस विषय पर कई आर्टिकल लिखे हैं.
भारत में आयशर ग्रुप में एक ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले, डॉ. भट्टाचार्य के पास इंडस्ट्री में 30 वर्षों से अधिक का अनुभव है, साथ ही वे इंडस्ट्रियल सेक्टर पर फोकस के साथ कंसल्टिंग करते हैं. हाल के वर्षों में उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र के विषयों पर केंद्र और राज्य सरकारों के साथ बीसीजी की बढ़ती हुई संलग्नता का नेतृत्व किया है, और विश्व खाद्य कार्यक्रम, सेव द चिल्ड्रन, गेट्स फाउंडेशन और विश्व बैंक जैसे संगठनों को कंसल्टेंसी सेवाएं दी हैं.
डॉ. भट्टाचार्य, कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री की राष्ट्रीय परिषद के मेंबर रहे हैं और उन्होंने सीआईआई की राष्ट्रीय विनिर्माण परिषद की सह-अध्यक्षता भी की है. वे ऑक्सफोर्ड इंडिया सेंटर ऑफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट के अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, ग्लोबल पॉलिसी और स्ट्रेटेजी स्कूल, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, सैन डिएगो और इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस में मुंजल स्कूल ऑफ ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग आदि के सदस्य हैं. वे लेमन ट्री होटल और भारत के सबसे बड़े पब्लिक हेल्थ एनजीओ विश फाउंडेशन के बोर्ड में भी हैं.
डॉ. भट्टाचार्य ने अपनी शिक्षा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, अहमदाबाद और वारविक मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप, वारविक विश्वविद्यालय, यूके से पूरी की. वारविक विश्वविद्यालय से उन्होंने मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम में एमएससी और इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट पूरी की.
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भारत सरकार के साथ काम करते समय, उन्होंने एलीट स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की ऑपरेशन्स टीम का नेतृत्व किया, जो प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवारों की निकटतम सुरक्षा की देखरेख करती है, यह काम करते समय उन्होंने भारत और विदेशों में काफी यात्रा की और दुनियाभर के कई देशों की फोर्स और सरकारों के साथ बातचीत की.
पीपल्स कमिश्नर के नाम से प्रसिद्ध, नागरिकों की परेशानियों को दूर करने और उनकी उम्मीदों को पूरा करने के लिए इन्होंने कई सुविधाजनक स्कीम और सिस्टम सेट किए, जैसे पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में सिटिज़न फैसिलिटेशन सेंटर खोलना, जहां लोगों की पुलिस से जुड़ी सभी आवश्यकताओं को पूरी स्पष्टता, तय समय के भीतर और बड़ी आसानी से पूरा किया जाता है, बाद में सभी पुलिस स्टेशन में ऐसे सेंटर बनाया गया, पुलिस से जुड़ी सभी जानकारी को एक टोल फ्री नंबर के माध्यम से देने के लिए मुंबई पुलिस इन्फोलाइन का गठन किया गया, वरिष्ठ नागरिकों के लिए एल्डरलाइन सुविधा, स्लम पुलिस पंचायत आदि का भी गठन किया गया.
जब आंध्रप्रदेश 2014 में राष्ट्रपति शासन में था तो उन्हें राज्य के राज्यपाल के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्होंने आंध्रप्रदेश को दो राज्यों में बांटने का भी काम किया - आंध्र प्रदेश और तेलंगाना और दोनों राज्यों में 2014 के आम चुनाव की बागडोर संभाली.
रिटायरमेंट के बाद, वे सोशल/नॉन-प्रॉफिट सेक्टर के साथ जुड़ गए. वे कंपनी अधिनियम, 2013 की सेक्शन 8 के तहत वंदना फाउंडेशन के नाम से एक नॉन-प्रॉफिट कंपनी चलाते हैं जो बेहद गरीब लोगों को आजीविका देने का काम करती है.
वे कई प्रमुख कंपनियों के बोर्ड पर हैं. वे एक सलाहकार के तौर पर कई अन्य कंपनियों के साथ जुड़े रहे. उनके पास लोक सेवा, राज्य और केंद्रीय स्तर पर सरकारों की कार्यप्रणाली के साथ काम करने का व्यापक अनुभव है.
उनके प्रमुख डायरेक्टर पद कुछ इस प्रकार हैं:
- बजाज ऑटो लिमिटेड.
- बजाज फाइनेंस लिमिटेड.
- बजाज फिनसर्व लिमिटेड.
- बजाज होल्डिंग्स एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड.
- glaxosmithkline pharmaceuticals ltd.
- finolex industries limited
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सुश्री जैस्मिन चैनी ने सिडेनहम कॉलेज से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया है और के.जे. सोमैया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़ एंड रिसर्च, मुंबई यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में मास्टर्स इन मैनेजमेंट स्टडीज की डिग्री ली है. उनके पास क्रिसिल लिमिटेड (अब क्रिसिल रेटिंग लिमिटेड कहते हैं) के साथ लगभग तीन दशक तक काम करने का अनुभव है जिसमें वे एनालिटिकल और बिज़नेस डेवलपमेंट विभाग में कार्यरत रहीं थीं.
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